UPI New Rule: यूपीआइ यूजर्स सावधान! अक्टूबर से UPI पेमेंट पर लागु हुआ ये नया नियम
UPI New Rule: आज के समय में यूपीआई यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। अब लोगों को बैंक जाकर पैसे देने-लेने की जरूरत बहुत कम पड़ती है। चाहे छोटे दुकानदार हों, बड़े व्यापारी हों या आम लोग – हर कोई यूपीआई का इस्तेमाल करता है। यह तरीका इतना आसान और सुरक्षित है कि कुछ ही सेकंड में पैसे भेजे या प्राप्त किए जा सकते हैं।
UPI New Rule अक्टूबर 2025 से लागू होंगे नए नियम
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने घोषणा की है कि 15 सितंबर 2025 से यूपीआई के नए नियम लागू होंगे। ये बदलाव सिर्फ बड़ी कंपनियों के लिए नहीं बल्कि आम यूजर्स को भी ध्यान में रखकर किए गए हैं। इनका उद्देश्य निवेश, बीमा भुगतान, सरकारी सेवाओं का उपयोग, टैक्स भुगतान, यात्रा बुकिंग और क्रेडिट कार्ड बिल चुकाने को और आसान बनाना है।
पूंजी बाजार और बीमा भुगतान में बदलाव
पहले पूंजी बाजार में निवेश या बीमा भुगतान की सीमा प्रति ट्रांजैक्शन 2 लाख रुपये थी। अब इसे बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है। इसके अलावा, 24 घंटे की कुल सीमा 10 लाख रुपये होगी।
इससे उन लोगों को राहत मिलेगी जिन्हें पहले बड़े निवेश या बीमा प्रीमियम चुकाने के लिए बार-बार ट्रांजैक्शन करना पड़ता था।

सरकारी ई-मार्केटप्लेस और टैक्स भुगतान
सरकारी ई-मार्केटप्लेस से सामान खरीदने या टैक्स भरने की लिमिट भी पहले काफी कम थी।
पहले सीमा: 1 लाख रुपये प्रति ट्रांजैक्शन
अब नई सीमा: 5 लाख रुपये प्रति ट्रांजैक्शन
इस बदलाव से सरकारी भुगतान पहले से ज्यादा तेज़ और आसान हो जाएगा। इससे आम नागरिकों और कारोबारियों दोनों को सुविधा मिलेगी।
त्योहारों पर यात्रा बुकिंग होगी आसान
त्योहारों और छुट्टियों के समय लोगों की ट्रैवलिंग सबसे ज्यादा बढ़ जाती है। पहले यात्रा बुकिंग पर यूपीआई लिमिट केवल 1 लाख रुपये प्रति ट्रांजैक्शन थी। अब इसे बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है।
इससे दीवाली या अन्य त्योहारों पर घर जाने के लिए ट्रेन, बस और फ्लाइट टिकट बुकिंग करना और भी आसान होगा।
क्रेडिट कार्ड बिल और ईएमआई भुगतान
नए नियमों के अनुसार अब यूपीआई से क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान और ईएमआई चुकाना भी ज्यादा सहज हो जाएगा।
पहले लिमिट कम थी, अब क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान की नई सीमा 5 लाख रुपये प्रति ट्रांजैक्शन कर दी गई है।
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कुल दैनिक सीमा 6 लाख रुपये होगी।
ईएमआई भुगतान भी अब 5 लाख रुपये प्रति ट्रांजैक्शन और 10 लाख रुपये प्रतिदिन तक किया जा सकेगा।
इससे लोगों को बार-बार भुगतान करने की परेशानी नहीं होगी और बड़े बिल भी एक साथ आसानी से निपटाए जा सकेंगे।
छोटे लेन-देन वैसे ही रहेंगे
बहुत से लोग सोच सकते हैं कि ये बदलाव रोजमर्रा के छोटे-छोटे लेन-देन पर असर डालेंगे। लेकिन ऐसा नहीं है।
दोस्तों को पैसे भेजना
रेस्टोरेंट का बिल चुकाना
ऑनलाइन शॉपिंग
इन सभी छोटे भुगतानों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। यानी आम यूजर पहले की तरह ही यूपीआई का इस्तेमाल कर पाएंगे।
आम यूजर के जीवन पर असर
यूपीआई के नए नियम सिर्फ बड़ी कंपनियों के लिए नहीं बल्कि आम लोगों के लिए भी बनाए गए हैं।
ईएमआई और क्रेडिट कार्ड बिल चुकाने में परेशानी कम होगी।
सरकारी सेवाओं का भुगतान ऑनलाइन और तेज़ हो जाएगा।
बड़े निवेश और बीमा प्रीमियम का भुगतान अब आसानी से किया जा सकेगा।
इन बदलावों से लेन-देन और भी सुरक्षित और भरोसेमंद हो जाएगा।
Note: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसमें दी गई जानकारी वित्तीय या कानूनी सलाह के रूप में नहीं ली जानी चाहिए। यूपीआई से जुड़े किसी भी बड़े भुगतान या निवेश से पहले संबंधित बैंक या वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना हमेशा बेहतर होता है।